हमारे पुराण हमारी अनुल्य निधि है। पुराण एक ऐसा विश्व कोष है, जिसमे वर्णित अनेक रहस्यों का वर्णन किया गया है। कूर्म पुराण के अध्याय १६ (श्लोक ४७ से ८०) में ऐसे ही कई विषयो का उल्लेख किया गया है, जो हम नहीं जानते है और अनजाने में ऐसे कार्य कर लेते है जिनका परिणाम बुरा हो सकता है। जाने क्या है ये रहस्य :
- अपने नाख़ूने से कभी भी जमीन पर न कुरेदे। आपको धन की हानि हो सकती है।
- भोजन एवं निवास के स्थान पर कभी भी अपने सहयात्री को अकेला न छोड़े।
- जब कभी भी आप किसी नदी या पर्वत के सामने खड़े हो किसी दूसरी नदी या पर्वत की प्रसंसा न करे। आपके जीवन में कठिनाइया आ सकती है।
- सर पर तेल लगाने के बाद बचे हए तेल को बदन पर न लगाए। ऐसा करने से घर में बरकत नहीं आती है।
- सांप एवं हथियार से कभी नहीं खेलना चाहिए।
- कभी भी जल के ऊपर पैर से छींटा न मारे।
- खाना कभी भी गोद में रखकर न खाये। ऐसा करने से अन्न देवता रुष्ट हो जाते है।
- किसी विदेशी भाषा में भगवान् की प्रार्थना नहीं करनी चाहिए।
- नग्न होकर कभी भी स्नान नहीं करना चाहिए। आपके सरीर की ऊर्जा का नाश हो जाता है।
- उगते हुए सूर्य के धुप का सेवन नहीं करना चाहिए।
- बिना कारण के थूकना नहीं चाहिए। धन और विद्या की हानि होती है।
- कभी भी एक पैर से दूसरे पैर को नहीं धोना चाहिए।
- मंदिर की ओर, देवस्थान की ओर, गौ माता की ओर, वायु, अग्नि, गुरु, सूर्य, चंद्र और अग्नि की ओर पैर नहीं फ़ैलाने चाहिए।
ऐसे ही कई रहस्य कूर्म पुराण में दिए गए हैं , जिनको पढ़ने से हम अपने जीवन को सफल बना सकते है और जीवन में कठिनाइयों से बच सकते है। कूर्म पुराण आप गीता प्रेस से खरीद व मंगवा सकते है।
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